द्वारा: इनएक्सटलाइव | अद्यतन दिनांक: सोम, 26 जून 2023 22:55:49 (IST)
लखनऊ (ब्यूरो)। गर्मी की छुट्टी ख़त्म होने वाली है। जुलाई माह से सभी स्कूल पासपोर्ट वाले हैं, इसके बावजूद अभी तक सभी दस्तावेजों की जांच नहीं हो पाई है। वाहन मालिक इसके लिए आगे नहीं आ रहे हैं, रिकार्ड रजिस्ट्रेशन द्वारा कई बार नोटिस भी भेजा जा चुका है। इसकी राजधानी में अभी भी 500 से भी ज्यादा ऐसे वैलिडशिप और वैन हैं, प्रोटोटाइप जांच नहीं हुई है, यानी वे अनफिट हैं। ये ऑटोमोबाइल उपकरण बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। अधिकारियों के माने तो स्कूल के खिलाफ़ के बाद ऐसे समाज के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कई बार दस्तावेज़ जारी किए गए
राजधानी के विभिन्न स्कूलों में करीब 4364 वाहन वाहन पंजीकृत हैं, जिनमें करीब 50 हजार से ज्यादा बच्चे यात्रा करते हैं। कई प्लास्टिसिन के इलेक्ट्रॉनिक्स नैमीथाइल एक्सपायर हो चुके हैं, एक-एक करके कई बार फिटनेस जांच के लिए स्कूल प्रबंधकों और वाहन स्वामियों को नोटिस भेजा जा रहा है। वे आइटम जांच में कोई रुचि नहीं दिखा रहे।
डेट टैक्स बड़ी वजह
कंपनी के 13 खिलाड़ियों का फिटनेस टेस्ट होता है, जिसमें ड्राइवर का लाइसेंस, स्पीड लिमिट, डिजिटल फोन नंबर आदि मानक शामिल हैं। वहीं, स्वामी द्वारा कई वाहनों पर कई वर्षों का टैक्स भी नहीं जमा किया गया है। टैक्स छूट से बचने के लिए वे फिटनेस जांच तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। कई बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद वे टेस्ट नहीं करा रहे हैं।
स्कूल के बाद जारी अभियान
अधिकारियों का कहना है, बार-बार विस्थापितों के वाहन स्वामियों की ओर से अच्छा रिस्पांस नहीं मिल रहा है। ऐसे में, स्कूल स्केटबोर्ड के बाद एडवेंचर स्केटर्स पर दौड़ ऐसे में अनफिट स्केटबोर्ड पर एक्शन लिया जाएगा। जो ऑटोमोबाइल्स बिना अंतर्राष्ट्रीय सुपरमार्केट के अपने सीक्वल एक्शन की प्रतिस्पर्धा के खिलाफ हैं।
फिटनेस जांच के लिए वाहन स्वामियों को भेजे गए नोटिस का कई बार भुगतान किया जाता है। स्कूल के बाद ऐसे अनहित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-अखिलेश दुबे, एआरटीओ प्रशासन