द्वारा: इनएक्सटलाइव | अद्यतन तिथि: शनिवार, 01 जुलाई 2023 23:39:41 (IST)
लखनऊ (ब्यूरो)। मोटापे के इलाज में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, जिसमें मोटापे के इलाज के लिए भारी मात्रा में इलाज होता है। इसका असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है, क्योंकि बीमारी का डर और लोगों का व्यवहार, टीबी की परेशानी और अकेलापन महसूस होना शामिल है। जिसके चलते अवसाद, एंग्ज़ायटी और चिंता जैसी समस्या का समाधान हो जाता है। केजी तीर्थयात्री के रेस्पिरेटरी विभाग में टी.बी.एल. पर किए गए अध्ययन में यह परिणाम सामने आया है। करीब 43 प्रतिशत लोगों में अवसाद की समस्या मिली है। यह रिसर्च इंटरनेशनल जर्नल ऑफ डायनेमिक मैरिएन हेल्थ में प्रकाशित की गई है।
250 पर हुई स्टडीज
टीबी की समस्या लगातार लोगों में जनसंख्या जा रही है। वहीं, दवाओं का असर न होने की समस्या भी बढ़ती जा रही है। इसके अलावा मोटापा इलाज के अलावा भी समस्या की समस्या बढ़ती जा रही है। इसी को देखते हुए केजी चमत्कार के रेस्पिरेटरी विभाग के प्रमुख प्रो. सूर्यकांत, डॉ. अजय वर्मा और आंतकी मंडल द्वारा करीब 250 टीएलएल निवेशकों पर शोध किया गया। इसमें 18-40 साल की उम्र के लोगों को शामिल किया गया था.
अवसाद और अवसाद की समस्या मिल गई
प्रो. सूर्यकांत के अनुसार, नवजात शिशु की बीमारी होती है, जिसमें श्वसन नलिका में सूजन आने से वायु मार्ग छोटा हो जाता है। इसी वजह से मरीज को सांस लेने में परेशानी हो रही है। ऐसे में कई तरह की परेशानियां आती हैं। डॉ. अजय वर्मा ने लगभग 43 प्रतिशत प्रतिभागियों को अवसाद में, 38 प्रतिशत प्रतिभागियों को एंग्जायटी में और 23 प्रतिशत प्रतिभागियों को अवसाद में शामिल किया।
रोगी की देखभाल आवश्यक
डॉ. अजय वर्मा के अनुसार, रोगी को टीबी की समस्या होने पर चिंता उत्पन्न हो जाती है, जिससे रोगी पर मानसिक दबाव भी काफी बढ़ जाता है। प्रोजेक्टाइल या अन्य लोगों पर जब दूरी बनाई जाती है तो तनाव और दबाव महसूस होता है, जिसके कारण उनका मूल्यांकन स्तर काफी बढ़ जाता है। इसके अलावा औषधि और उपकरण के निर्माण में भी कोई कमी नहीं है। ऐसे में टीबी के मरीज़ के साथ अपना इलाज दिखाना चाहिए, क्योंकि ऐसे मरीज़ों के अंदर की बीमारी को लेकर डर लगता है।
ऐसे करें बचाव
– प्रतिदिन प्राणायाम करें।
– कूड़ा-कचरा, मिट्टी व धुआँ आदि से संबंध।
– रेशम के तकिये का पता लगाएं।
– मरीज के प्रति सहानुभूति स्थान।
– मरीज को पूरा होटल उपकरण चाहिए।
– कोई भी समस्या हो तो डॉक्टर से सलाह लें।