नई शिक्षा नीति के बावजूद छात्रों का रोजगार पेशेवर पाठ्यक्रमों की ओर बढ़ रहा है। वे ट्रेडिशनल कोर्स के बजाय प्रोफेशनल कोर्स की तरफ आकर्षित होते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकते हैं। इससे भी ट्रेडिशनल कोर्स की तरफ उनका बवाल कम हो रहा है।